जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने को लेकर प्रशासन ने तैयारियां जोरों पर शुरू कर दी हैं। डीएम के निर्देश पर हेलीपैड, पार्किंग व सभास्थल पर सफाई कर्मियों द्वारा साफ सफाई शुरू कर दी है। समाजवादी सरकार के कार्यकाल के दौरान कैराना में गुंडागर्दी व बदमाशों के आतंक से परेशान व्यापारियों ने अन्य राज्य व जनपदों में पलायन शुरू कर दिया था । पूर्व भाजपा सांसद स्वर्गीय बाबू हुकुम सिंह द्वारा पलायन का मुद्दा उठाया था । जिसके बाद बीजेपी पलायन के मुद्दे को राजनीतिक हथियार बना कर प्रदेश में सत्ता पर काबिज हो गई थी ।
गुंडागर्दी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सन् 2018 में शामली एक चुनावी जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैराना व कांधला क्षेत्र में पीएसी कैंप की स्थापना की घोषणा की थी । प्रशासन द्वारा ऊंचागांव में पीएसी कैंप व गुर्जर पूर्व में फायरिंग रेंज के लिए जमीन खरीद ली थी । वहीं आगामी 2022 विधानसभा चुनाव से ठीक 6 महीने पहले बीजेपी एक बार फिर पलायन मुद्दे को गर्माने के साथ ही व्यापारियों को सुरक्षा का एहसास दिलाना चाहती हैं। जिसको लेकर आगामी 18 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कैराना आने की संभावना हैं। हालांकि अधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की पुष्टि नहीं की जा रही । मुख्यमंत्री का पूरा कार्यक्रम गोपनीय रखा गया हैं। 3 दिन पहले पीएसी कैंप की जमीन पर सैंकडो सफाई कर्मियों द्वारा साफ सफाई का कार्य किया गया तो वहीं मंगलवार को कैराना नगर के विजयसिंह पथिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हेलीपैड व सीएम की जनसभा स्थल की साफ सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही पब्लिक इंटर कॉलेज के ठीक सामने जगदीश प्रसाद महाविद्यालय में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। पार्किंग स्थल पर भी साफ सफाई का कार्य किया गया । कैराना नगर पालिका के सफाई नायक राजकुमार ने बताया कि करीब 400 सफाई कर्मी सफाई के कार्य में लगे हुए हैं। इसके अलावा चार जेसीबी मशीनों को भी कार्य में लगाया गया है।